पहले भाग पे आपने पढ़ा कि कैसे मेरी धोबन आंटी ने मुझे चोद के 'हरा' कर दिया ( हरा करना क्या होता है , आपलोगो को पता ही होगा )।
इस भाग में मै आपको आगे की कहानी बताता हूं , उस दिन हम दोनो की चुदाई आंटी की छोटी वाली लड़की ने देख ली थी जिसका की हमे पता ही नहीं चला ।
आंटी की छोटी लड़की जिसका की नाम सारा था मेरी हमउम्र ही थी या कहो कि मुझसे छोटी थी पर हाइट मेरे बराबर ही थी पांच फुट , वो अपनी अम्मी के साथ हमारे घर आया करती थी और बचपन मै तो हम साथ साथ खेलते भी थे पर हमारी ज्यादा दोस्ती नहीं हुई थी , वो हमेशा मुझे चिढाती थी किसी ना किसी बात पे , इसीलिए मै बाद में उससे बचने लगा था पर अब तो उसकी लॉटरी लग गई हो जैसे ।
अगले दिन वो कुछ कपड़े देने के बहाने घर पे आई और कपड़े देके मम्मी से पूछा मै कहा हूं , मम्मी ने बताया कि मै अपने कमरे में हूं तो वो सीधा मेरे कमरे में आगई और आते ही मेरे कमरे का दरवाजा अंदर से बंद कर दिया । मैंने पूछा सारा तुम यह कैसे ? और ये कमरे का दरवाजा बंद क्यों किया ?
" कुछ नहीं बस ऐसे ही तुम से बात करनी थी " वो बोली और फिर धीरे से मेरे पास आके बैठ गई पलंग पे । मै थोड़ा घबराने लगा , वो कहते है ना 'चोर की दाढ़ी में तिनका , कल आंटी के साथ हुए कांड के बाद मै थोड़ा घबराया हुआ तो था ही , उसको इस तरह कमरे में आके दरवाजा बंद करते हुए देख के और घबरा गया ।
" बोलो क्या काम है ?"मैंने पूछा ।
" मैंने कल तुमको और अम्मी को देखा था एक साथ , अम्मी तुम्हारी चुदाई कर रही थी और तुम किसी रण्डी की तरह चिल्ला रहे थे " वो मुस्कुराते हुए बोली तो मेरी तो फिर से गांड़ फट गई ।
" डरो मत , मै किसी से कुछ नहीं बोलूंगी "
फिर क्यों आईं हो ? क्या काम है ?
मेरी भी अम्मी वाली ही प्रॉब्लम है !
क्या ! , मैंने चोकते हुए पूछा , " पर आंटी तो बता रही थी कि सिर्फ यास्मीन के ही लंड है , तुम्हारे बारे में तो कुछ नहीं बोला उन्होंने ।
शायद भूल गई होंगी , वैसे भी उनको तुम्हे चोदने की जल्दी जो पड़ी थी " उसने मुस्कुराते हुए कहा ।
तो तुम भी मुझे चोदना चाहती हो ?
नहीं मैंने इतना तो नहीं सोचा , आखिर तुम हमारे अब्बा , मतलब , अम्मी , मतलब पता नहीं पर तुम अम्मी को पसंद हो , मै या यास्मीन ये सब कैसे सोच सकते है
" फिर क्या काम है ? " मैंने थोड़ा रिलेक्स होते हुए पूछा ।
" मेरा मुंह मै ले लो , प्लीज" उसने एक सांस में कहा ।
मै फिर चौक गया ।
तुम चाहती हो मै तुम्हे ब्लोजॉब दू ?
ये ब्लोजॉब क्या होता है मुझे पता नहीं पर जब भी तुम्हे देखती थी तो तुम्हारे मुंह में अपना लन्ड घुसाने की सोचती थी और इसी कल्पना मै मुठ मारती हूं , मैंने कल से पहले कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि ये संभव है पर कल की बाद मेरी कल्पनाओं को पर लग गए हो जैसे , लौड़ा बैठ ही नहीं रहा ये देखो , बांध के रखा हुआ है कमर से । इतना कह के उसने अपनी सलवार ऊपर की तो वहा मुझे एक बड़ा सा उभार नजर आया जो उसकी सलवार ढका हुआ था ।
बाल उसके भी कम नहीं थे , अपनी मां पर गई थी पर कम थे , पर लौड़ा काफी बड़ा ही लग रहा था ।
" प्लीज , चूस लो ना एक बार ! "
ठीक है पर तुम किसी को नहीं बताओगी , खासकर तुम्हारी अम्मी को ।
" हा मै किसी को नहीं बताउंगी" इतना कह के वो मेरे पास आ गई और अपनी सलवार का नाड़ा खोलने लगी , सलवार नीचे गिरते ही मैंने देखा उसने मर्दाना चड्डी पहन रखी थी और उसपे चुन्नी कस के बंधी थी
" ये मर्दाना चड्डी क्यों पहन रखी है ?"
" तो तुम्हे क्या लगता है , वो छोटी सी लड़कियों वाली चड्डी मै ये लौड़ा और टट्टे आएंगे क्या , उस चड्डी मै तो मेरे टट्टे भी नहीं आते , रुको दिखाती हूं " इतना कह के उसने चुन्नी खोली और उसकी मर्दाना चड्डी मै आगे एक तम्बू बन गया ।
कितना बड़ा होगा इसका मै ये सोचने लग गया , कहीं अपनी मां से भी बड़ा हुआ तो ?
मै सोच ही रही थी कि उसने अपनी चड्डी भी उतार दी और लंड का सुपाड़ा मेरे मुंह के पास ले आयी।
" है भगवान " मैंने कहा
क्या हुआ ?
तुम्हारा बहुत बड़ा है
तुमसे भी ?
जैसे कि कल तुमने देखा ही नहीं
नहीं देखा , जब मैंने देखा , तुम अम्मी के नीचे दबे पड़े थे और जब तक मैंने देखा तुम वहीं दबे पड़े थे और चिल्ला रहे थे , मैंने सोचा तुम्हे बचाऊ फिर मैंने देखा तुमने अपने पैर अम्मी की कमर पे लपेट रखे थे , मै समझ गई तुम खुशी से चिल्ला रहे हो , वैसे भी मैंने कई बार देखा है तुम अम्मी की मूछों को घूर ते रहते हो तो मै समझ गई थी कि तुम अम्मी को पसंद करते हो और आज तुम दोनो को मौका मिला है सो मैंने डिस्टर्ब करना ठीक नहीं समझा ।
ओह , ये बात है , है ये सच है कि मै तुम्हारी अम्मी को बहुत पसंद करता हूं और वो जब मुझे चोद रही थी तो मुझे बड़ा मजा आ रहा था , पर जब वो बहुत ज्यादा ज़ोर से चोदने लगी तो मुझे सच मे दर्द हो रहा था , मैंने तुम्हारी अम्मी की कांख के बाल भी खीचे पर उन्हे ज्यादा असर नहीं हुआ । तुम्हे बचाना चाहीए था ।
" अच्छा , सच मे , मतलब तुम अम्मी से नहीं चुदवाओ गे आगे से ? " वो थोड़ी खुश होती हुई बोली ।
" हा हा हा , नहीं ये बात नहीं है , पहली बार सबको दर्द होता है मैंने अब दिल से उनको अपना पति मान लिया है "
" ही ही ही , अम्मी को और पति ?"
लौड़ा देखा है तुमने अम्मी का अपनी ?
हा देखा है , बड़ा है पर वो भी तो बड़ी है उस हिसाब से मेरा भी बड़ा ही हुआ , ये देखो उसने हाथ से मापते हुए कहा " एक फुट " और मै हू अभी 15 साल की , अम्मी की उम्र तक आते आते तो आराम से 2 फुट का हो जाएगा ! बोलो मुझे से करोगे शादी ? , मै तो तुम्हे पत्नी भी नहीं बनाऊंगी , पति बनाऊंगी "
और चोदोगी नहीं ?
"कभी तुम चोद लेना , कभी मै चोद लूंगी "
मै मन ही मुस्कुराने लगा , सोचा जब ये मेरा देखेगी तो क्या सोचेगी और मुझे तो सिर्फ चुदवाने मै ही मजा आता है पर कुछ बोला नहीं और खड़ा होके अपनी पैंट उतारने लगा ।
" क्या हुआ अभी चोदोगे , चूसोगे नहीं मेरा ? "
उसने सोचा कि मै उसे चोदने के ऑफर को सीरियस ले रहा हूं
जब मैंने अपनी पैंट उतारी तो , मै लड़कियों वाली पेंटी मै था , उसने पैंटी को देखा तो बोली " तुम लड़कियों वाली पेंटी क्यों पहने हो ?"
"तुम्हारी वाली ही प्रॉब्लम है , मेरा छोटा है और लडको की चड्डी में हिलता ही रहता है , ये देखो " इतना कह के मैंने चड्डी उतार दी , मेरा लन्ड उस वक्त मुरझाया हुआ 2 इंच का हो रखा था , मेरे झांटे भी नहीं थी ।
वो पूरी तरह से आवाक रह गई । अपने तन्नाए हुए 12 इंच के लौड़े के साथ वो मेरी तरफ बढ़ी और अपने लन्ड का सुपाड़ा मेरे लन्ड के ऊपर लाके रुक गई ।
" बस इतना सा ? ये तो किसी बच्चे का सा लग रहा है , मेरा तो 5 साल की उम्र में भी 4-5 इंच का तो था ही हिंदुओ का लन्ड इतना छोटा होता है क्या ? " वो मजाक नहीं उड़ा रही थी बल्कि बहुत सोच में थी पर फिर धीरे धीरे अपने लन्ड को मेरे लन्ड मै फिराने लगी , जैसे कोई लकड़ी से घास में कुछ ढूंढ रहा हो
" ये क्या कर रही हो ?
" बुरा ना मानो तो एक बात कहूं ? , अगर सिर्फ हर रोज मै ही चोदूं तो चलेगा ? वैसे भी मुझे सिर्फ चोदना ही पसंद है अम्मी की तरह , वो चुदवाने वाली बात तो मै इसलिए ख रही थी कि कोई भी लड़का बिना चोदे तो मानेगा नहीं , मैंने सोचा तुम अम्मी से चु द रहे हो तो चुद् वा भी लोगे , यही सोच के बोला था पर अब लगता है तुम चोद तो पाओगे नहीं , बल्कि अच्छा है मै या अम्मी जैसी लड़की तुम्हे मिल गई वरना तुम्हे लडको से काम चलाना पड़ता " और वो हंसने लगी
मुझे गुस्सा आ गया " मुझे लड़के पसंद नहीं है , और मै लंड की वजह से तुम्हारी अम्मी को पसंद नहीं करता , वो तो उनके इतनी बड़ी बड़ी मूछें है इसलिए पसंद करता हूं मुझे तो कल से पहले पता भी नहीं था कि उनके लौड़ा है , वो भी इतना बड़ा"
" पर मूछें पसंद करना भी लड़कीपन की निशानी है ना , और लौड़ा देख के तुम चूदे तो सही ना ? भागे तो नहीं "
" हा नहीं भागा , है पसंद मुझे औरतों की मूछें पर सिर्फ औरतों की , तुम्हे इससे क्या ? " मै और गुस्सा होते हुए बोला
" अच्छा बाबा गुस्सा मत होवो , I love you ,
" तुम बकवास कर रही हो , नहीं चूसना मुझे तुम्हारा "
अच्छा ठीक है , मै सब को बता दूंगी "
बता दो , ये भी बताना पड़ेगा कि तुम्हारी अम्मी के लौड़ा है "
इतना सुन के वो सोच पे ओड गई पर फिर मेरे दोनो हाथ पकड़ लिए और मुझे बिस्तर पे गिरा दिया और दोनों टांगे भी मेरी टांगो मै जकड़ ली फिर बोली " तुम सच कह रहे हो मै बता ती नहीं सकती पर तुम्हारा बलात्कार तो कर सकती हूं !"
" नहीं प्लीज , छोड़ दो मुझे , मै तुम्हारी अम्मी को बता दूंगा !"
" हा हा हा , अम्मी को मै धमकी दे दूंगी , अब मुझे चोदने की ठरक लग गई है , तुम्हे पता नहीं मै किसी को ये बात नहीं बता सकती कि मेरे लौड़ा है और तो और शायद किसी को बता भी दू तो कोई भी अपने से बड़े लंड वाली लड़की को बर्दाश्त नहीं करेगा , और तो और मुझे सिर्फ चोदना पसंद है मर्द बनके , अब बताओ कहा मिलेगा मुझे ऐसा लड़का ? सिर्फ तुम ही हो , देखो वैसे तो मै तुमसे ज्यादा ताकतवर हूं और तुम्हारा बलात्कार कर सकती हूं पर मै प्यार करना चाहती हूं तुम्हे "
नहीं मै नहीं चुदवाउंगा , तुम्हारी अम्मी को धोखा नहीं दे सकता अब , "
" अच्छा एक दिन कि चुदवाने मै मंजनू बन गए , या कहूं किं लैला बन गए हो , देखो मान जाओ "
अच्छा चूस लूंगा
ना अब चूसने से काम नहीं चलेगा , अब तो चोदूंगी इतना कह के वो मुझे काबु करने लगी , हम दोनों मै जम के कुश्ती हुई पर मेरी सांसे फूलने लगी , उसने आखिर अपनी दोनो टांगे मेरी टांगो के बीच ऐसे फंसा दी की मेरा कमर के नीचे का हिस्सा जाम हो गया और उसका लन्ड मेरी गान्ड के छेद पे टिका हुआ था , दोनो हाथो से उसने मेरे हाथ पकड़ रखे थे ऊपर से भी ज्यादा हिल नहीं सकता था और ऊपर से हिलने का फायदा भी नहीं था , उसके जरा सा आगे झटका लगते ही उसका लन्ड मेरी गान्ड मे घुस जाना था ।
थोड़ी देर वो भी इसी पोजिशन में मेरी ऊपर पड़ी रही , उसकी भी सांसे फूल गई थी , फिर हमदोनो की पोजिशन देख के बोली " बोलो , राजी राजी चुदोगे या घुसेड़ दू ? "
" छोड़ दे मुझे सारा तुझे तेरे बाप की कसम "
" कोनसा बाप वो तो मर गया , नहीं मरा होता तो भी चुदने के काम ही आता "
है भगवान कैसी लड़की जो तुम , अपने बाप के बारे में ऐसा बोलती हो ,"
उस अपनी गलती का अहसास हुआ " नहीं बोलती , पर तुमने मजबूर कर दिया , और इतना कह के उसने एक ही बार मै पूरा लंड अंदर पेल दिया और मेरे हाथ छोड़ के मुझसे लिपट गई , धीरे धीरे अन्दर लंड पेलने लगी और अब मेरी टांगे भी ढीली छोड़ दी , उसे पता था काम हो गया है , उसका लन्ड मेरी गान्ड मे घुस गया है , अब अगर मै ज्यादा हिलूंगा तो मुझे ही दर्द होगा ।
मै भी चुपचाप पड़ रहा और वो मुझसे लिपट के सिर्फ अपनी गांड़ हिला रही थी , उसको बहुत उत्तेजना थी शायद , वो सिर्फ पांच मिनिट मै झड़ गई और मेरे ऊपर लेटी रही ।
इन सब बातो मै मेरा लंड खड़ा हो गया था और उसकी चुदाई से झड़ गया था , उसे झडने के बाद अहसास हुआ
वो मेरे ऊपर से उठी और मेरे लन्ड को देखा । " ओह तो ये ऐसे खड़ा होता है और झड़ता है ! , मतलब अगर मै तुम्हे चोदूं तो हमदोनों को एक साथ मजा आ सकता है , फिर क्या प्रॉब्लम है तुम्हे ? , अच्छा तुम्हे लगता है मै तुम्हे डोमिनेट करूंगी , तो ठीक है तुम पहले चोद लेना मुझे ! "
" मै तुम्हारी मै को धोखा नहीं से सकता "
उसने एक करारा थप्पड़ मुझे रसीद किया और बोली
" कब से देख रही हूं अम्मी की रट लगाए बैठे हो , कभी सोचा है , अम्मी तो हब्शी है , वो तुम्हे कभी चोदने नहीं देगी और हर रात वैसे ही तुम्हारा बलात्कार करेगी जैसे कल किया था , अल्लाह के लिए सोचो जरा , कितने मर्दाना बाल है उनकी बॉडी पे , एक दिन में एक ब्लेड ख़तम होजाती है जब वो शेविंग करती है"
मुझे पसंद है
वो तुम्हे लड़की बनाके रखेगी , तुम्हे कभी भी दाढ़ी मूछ नहीं उगाने देगी , समाज में तुम सिर्फ बुर्का पहन के घुमोंगे , बहुत कट्टर मुसलमान है वो "
" मुझे कोई दिक्कत नहीं है , मेरे वैसे भी दाढ़ी मुछे नहीं आती है , कमसेकम तुम्हारी अम्मी के तो है "
" तुम पूरे लड़की नहीं हो , अभी देखा मैंने , तुम्हारा लन्ड खड़ा होता है और झडता भी है , मै तुम्हारी गर्लफ्रेंड बन के रहूंगी , सिर्फ रात को बॉयफ्रेंड बन जाऊंगी , तुम्हारी जिंदगी नॉर्मल ही रहेगी , मेरा फिगर देखा है 38-24-40 , बिल्कुल कमसिन लड़की की तरह , बाल भी सिर्फ झांटों के और कांख मै है लड़कियों के तरह , सोचो कभी तुम अम्मा के साथ बाहर जाओगे और अम्मा ने बुर्का उतारा या अपने पैरो को दिखा दिया पब्लिक में तो लोग क्या सोचेंगे कि ये लड़का या लड़की कितनी मर्दाना औरत के साथ है ?"
" मुझे दुनिया की परवाह नहीं है , वो जो चाहे सोचे ,"
पता नहीं फिर उसे क्या हुआ " उसने पूरी ताक़त से मुझे अपनी गोद में उठाया और मुझे फ्रेंच किस करने लगी , 2 मिनिट बाद मुझे नीचे उतरा और बोली " अम्मा लकी है जो उन्हे तुम मिल गए , काश मै भी इतनी लकी हो जाऊ कभी "
अब मै इमोशनल हो गया और उसे बोला " रहूंगा तो तुम्हारे घर में ही ना " इतना कह के मैंने उसे आंख मारी ।